My Book Of Life Poem My Book Of Life Poem by our guest writer Mrs. Hemangi Sharma. Title : ज़िन्दगी की किताब. ज़िन्दगी भी एक किताब ही तो है,कुछ पन्नें आधे अधूरे रह गए है,और कुछ की शाही उड गई है,चाहकर भी कुछ लम्हों को पन्नों में कैद नही कीया जा सकता,कुछ बातो को पन्नों …