Memories Poem Love Memories Poem Love in Hindi by our guest writer Hemangi Sharma. एक शाम तेरी यादो की गठरी बांध के अलमारी के छज्जे पर रख दी, ना वो मुझे देखे ना मै उसे देख शकुं, वो बरसाती शाम में गठरी कुछ ज्यादा ही गीली लगने लगी थी, पता नही बारीश की कुछ बूंदे …